UPDATED:
Posted on : 04-April-2024 04:04:24 Writer : टीम - सीमा संघोष
NSA अजित डोभाल ने अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के एक सुरक्षा सम्मेलन में आतंकवाद को लेकर चीन और पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के हमदर्दों और उनके स्पॉन्सरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने क्रॉकस सिटी हमले को लेकर रूस के प्रति संवेदना जताई।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल ने कहा कि सीमा पार आतंकी गतिविधियों में संलिप्त आतंकियों समेत आतंकवाद के साजिशकर्ताओं से प्रभावी ढंग से और तेजी से निपटा जाना चाहिए। उन्होंने मास्को के क्रोकस सिटी हॉल में आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए आतंकवाद के खतरे से निपटने में दोहरे मानकों को छोड़ने का आह्वान किया। अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के एक सुरक्षा सम्मेलन में उन्होंने यह भी कहा कि कनेक्टिविटी परियोजनाओं के दौरान समूह के सदस्य देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का पूरी तरह से सम्मान होना चाहिए। चीन की क्षेत्र और सड़क संपर्क पहल (बीआरआई) को लेकर चिंताओं के बीच उनकी यह टिप्पणी आई है।
डोभाल ने विभिन्न आतंकवादी समूहों को पाकिस्तान के निरंतर समर्थन के बीच अपनी टिप्पणी में आतंकवाद के प्रायोजकों, वित्तपोषकों और मददगारों को जवाबदेह ठहराने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया। सूत्रों ने कहा कि डोभाल ने एससीओ क्षेत्र में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मुहम्मद, अल कायदा और उसके सहयोगी संगठन और आईएसआईएस समेत विभिन्न आतंकवादी समूहों द्वारा उत्पन्न खतरे का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि भारत दूसरे देशों के साथ व्यापार और कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने जोर दिया कि ऐसी पहल एससीओ सदस्य देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को ध्यान में रखते हुए होनी चाहिए। यह टिप्पणियां ऐसे वक्त आई हैं जब चीन की क्षेत्र और सड़क संपर्क पहल को पारदर्शिता की कमी और राष्ट्रों की संप्रभुता की उपेक्षा को लेकर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।