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Posted on : 24-February-2024 17:02:11 Writer : टीम सीमा संघोष
कुछ साल पहले तक एलओसी पर जहां पाक गोलाबारी का डर रहता था। अब वहीं उड़ी व आसपास के क्षेत्रों की वादियां पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र बनी हुई हैं। यही कारण है कि पर्यटकों को लुभाने के लिए सेना ने नियंत्रण रेखा के पास सेल्फी प्वाइंट बनाया है। सेना ने कहा है कि सेल्फी प्वाइंट यहां लोगों के अनुभव को यादगार बनाने के लिए की गई थी।
संघर्ष विराम के बाद कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर अमन है। इससे सीमा पर्यटन को बढ़ावा मिला है। कुछ वर्ष पहले तक एलओसी पर जहां पाक गोलाबारी का डर रहता था, लेकिन अब उड़ी व आसपास के क्षेत्रों की वादियां पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र बन गए हैं। उड़ी की सुंदरता और झेलम नदी के मनोरम नजारे पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं।
यही वजह है कि पर्यटकों को लुभाने के लिए सेना ने नियंत्रण रेखा के करीब सेल्फी प्वाइंट बनाया गया है और यह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गया है। सेना ने पिछले साल यहां नियंत्रण रेखा पर जीरो प्वाइंट पर कमान सेतु को पर्यटकों के लिए खोल दिया था। इस साल गणतंत्र दिवस के आसपास उड़ी में राष्ट्रीय राजमार्ग-44 के निकट सेल्फी प्वाइंट को जनता के लिए खोला था।
सेल्फी प्वाइंट (Selfie point) कलाकार रूबल नागी के आर्ट फाउंडेशन के सहयोग से बनाया गया है। नागी एक पूर्व सैन्य अधिकारी की बेटी हैं और उन्होंने इसे इंडिया प्वाइंट ( India Point) का नाम दिया है। एक ओर यह पर्यटकों में देशप्रेम के भाव को जागृत करता है, साथ ही प्रकृति के अदभुत नजारों को भी पर्यटक अपने कैमरे में यादों के तौर पर कैद कर जाना चाहते हैं।
एक तरफ झेलम की धार आकर्षित करती है और उसके पीछे पहाड़ लोगों को लुभा रहे हैं। सेना ने महिला सशक्तीकरण परियोजनाओं के लिए जाने जाने वाली नागी फाउंडेशन को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह सेल्फी प्वाइंट घाटी में बढ़ते राष्ट्रवाद का प्रमाण भी है। सेना का कहना है कि सेल्फी प्वाइंट की परिकल्पना यहां लोगों के अनुभव को यादगार बनाने के लिए की गई थी।