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Posted on : 03-April-2024 06:04:09 Writer : टीम - सीमा संघोष
भारत ने आर्मीनिया, फिलीपीन्स समेत दुनिया के 85 देशों को हथियार और अन्य डिफेंस प्रॉडक्ट बेचकर जमकर कमाई है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि इस साल रक्षा निर्यात के सारे रेकॉर्ड टूट गए हैं। भारत ने ₹21,083 करोड़ रुपये के हथियारों का निर्यात किया। इससे विदेशी मुद्रा की भारत को आय हुई।
यूक्रेन युद्ध और ताइवान पर चीनी हमले के खतरे के बीच दुनियाभर में भारत के हथियारों की जमकर खरीद हो रही है। आलम यह रहा कि भारत ने हथियार निर्यात मामले में साल 2024 में 32.5 प्रतिशत की ग्रोथ हासिल की है। भारतीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि भारत ने कुल ₹21,083 करोड़ के हथियारों का निर्यात किया जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 32.5 प्रतिशत ज्यादा है। दुनियाभर के देशों को हथियार बेचकर पैसा बनाने वाली सरकारी और निजी क्षेत्र दोनों की कंपनियां शामिल हैं। भारत ने देशों को किलर हथियारों का निर्यात किया, उनमें फिलीपीन्स और आर्मीनिया प्रमुख हैं। भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल, पिनाका रॉकेट सिस्टम, हेलीकॉप्टर और लंबी दूरी तक मार करने वाली तोपों का निर्यात किया। आइए जानते हैं कि किन देशों ने भारत से हथियार खरीदा...
भारत के हथियार निर्यात से फायदा यह हो रहा है कि देश में इन आधुनिक हथियारों के निर्माण की क्षमता में काफी इजाफा हुआ है। मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने दुनिया के 85 देशों को डिफेंस प्रॉडक्ट का निर्यात किया है। भारत की 100 कंपनियां हैं जो लगातार डिफेंस प्रॉडक्ट का निर्यात कर रही हैं। इसमें 155 एमएम की एडवांस तोप, ब्रह्मोस मिसाइल, पिनाका राकेट सिस्टम आदि शामिल है। अमेरिका, फ्रांस और इजरायल की कंपनियां बड़े पैमाने पर अब कई उपकरणों को भारत में बनवा रही हैं जिससे उनका सप्लाइ चेन मजबूत हो गया है। भारत में कई हथियारों के कल पुर्जे तक बन रहे हैं।
भारत के हथियारों के निर्यात में यह तेजी इस बात को दर्शाती है कि हिंदुस्तान पर दुनिया भरोसा कर रही है। रूस ने जब आर्मीनिया को हथियार देने से किनारा किया तो भारत ने कदम बढ़ाया। तुर्की, अजरबैजान और पाकिस्तानी नेक्सस का सामना कर रहे आर्मीनिया ने भारत ने पिनाका रॉकेट सिस्टम और लंबी दूरी तक मार करने वाली तोप खरीदी है। इसके अलावा भारत आर्मीनिया एंटी ड्रोन सिस्टम भी दे रहा है जो तुर्की के किलर ड्रोन के खिलाफ काफी कारगर हो सकते हैं। यही वजह है कि अजरबैजान की सरकार ने खुलकर भारत के कदम का विरोध किया है और नाराजगी जताई है।
अजरबैजान लगातार आर्मीनिया पर हमला करने की धमकी दे रहा है। यही वजह है कि आर्मीनिया ने भारत और फ्रांस से हथियार की खरीद बढ़ा दी है। यह भी कहा जा रहा है कि आर्मीनिया भारत से आकाश मिसाइल डिफेंस सिस्टम भी खरीद सकता है। वहीं अगर फिलीपीन्स की बात करें तो वह चीन के खतरे का सामना कर रहा है और दक्षिण चीन सागर में संघर्ष के हालात बनते दिख रहे हैं। यही वजह है कि कुछ समय पहले ही फिलीपीन्स ने भारत से ब्रह्मोस मिसाइल खरीदी थी। भारत अब जल्द ही इसकी सप्लाइ करने जा रहा है। भारत ने साल 2025 तक 5 अरब डॉलर के हथियारों के निर्यात का लक्ष्य रखा है। इससे भारत में हथियारों के निर्माण में तेजी आएगी।