UPDATED:

Seema Sanghosh

राजस्थान का गर्व -शहीद कुलदीप सिंह शेखावत

Posted on : 12-June-2022 18:06:18 Writer : वर्षा सेजु


राजस्थान का गर्व -शहीद कुलदीप सिंह शेखावत

कुलदीप सिंह का जन्म 30 जून 1973 को राजस्थान के सीकर जिले के लामिया गढ़ में हुआ। इनके पिता थे ठाकुर जगमाल सिंह जी, तथा माता का नाम था, निवेंद्र कौर।  बचपन से ही देश के वीर की तरह पढ़ाई से लेकर हर खेल में ये आगे रहे। उनकी इच्छा थी कि वे देश की सेवा करें। इन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पूर्ण कर 13 फरवरी 1991 में राजपूताना राइफल्स ज्वाइन की। कुलदीप सिंह के पिता भी राजपूताना राइफल्स में अपने योगदान एवं सेवाएं दे चुके थे। कुलदीप सिंह एक महान व्यक्तित्व वाले इंसान थे। वर्ष 1993 में कुलदीप सिंह को राजपूताना राइफल्स राष्ट्रीय रायपुर की प्रथम बटालियन में भेजा गया। 19 मार्च 1994 को आतंकवादियों ने घात लगाकर राइफलमैन पर हमला किया, जिसका कुलदीप सिंह ने डटकर मुकाबला किया। भारतीय वीर को बाएं कंधे पर गोली लग चुकी थी। उसके बाद भी वह वीरों की तरह युद्ध कर रहे थे और घायल अवस्था में भी दो आतंकवादियों को मार गिराया ।

 19 मार्च 1994 को 'ऑपरेशन रक्षक' में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए राइफलमैन कुलदीप सिंह शेखावत के सिर में गोली लगने के कारण, भारत माता के इस वीर सैनिक ने दुश्मनों को रौंदते हुए अपने प्राण त्याग दिये।

शेखावटी की मिट्टी में ही शक्ति और साहस छुपा है। इसी से प्रेरित होकर शेखावाटी के हर जाति, वर्ग और समुदाय के लोग देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर करते आए हैं ।  राइफलमैन शहीद कुलदीप सिंह शेखावत ने भी 19 मार्च 1994 को ऑपरेशन रक्षक में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए अपने प्राण न्योछावर करते हुए अपनी वीरता और देशभक्ति का परिचय दिया। इस तरह राइफलमैन कुलदीप सिंह ने देश के दुश्मनों के विरुद्ध अदम्य साहस का परिचय देते हुए कर्तव्य परायणता का  श्रेष्ठतम उदाहरण प्रस्तुत किया। कुलदीप सिंह के बलिदान ने अपने समाज, वर्ग,राज्य, एवं देश का गौरव बढ़ाया और आज भी लामिया गांव के युवा वर्ग में राइफलमैन बनने का जोश समाया हुआ है,और वह प्रेरणा स्रोत भी है।

प्रेरणा स्रोत - इन्हीं के नाम पर लामिया गांव के मुख्य चौक पर शहीद कुलदीप सिंह के नाम का बोर्ड लगा हुआ है।चौक के मध्य लगा ' शहीद कुलदीप सिंह शेखावत चौक ' नाम का बोर्ड हर आने जाने वाले को उनकी शहादत की याद दिलाता है। गांव की सीनियर सेकेंडरी स्कूल शहीद कुलदीप सिंह के नाम पर बनी हुई  है।स्कूल के विकास में शहीद के परिजनों ने सहयोग किया है। स्कूल के स्टेडियम में भी शहीद की प्रतिमा लगी है , जिससे गांव का प्रत्येक वर्ग प्रेरणा लेता है।

Box Press
  1. एक टिप्पणी जोड़ने वाले प्रथम बनिए......
टिप्पणी/ विचार लिखें...
NewsFeed